तान छेड़े श्याम सुंदर जब नदी के सामने है मगन राधा दीवानी बांसुरी के सामने। तान छेड़े श्याम सुंदर जब नदी के सामने है मगन राधा दीवानी बांसुरी के सामने।
बस यूँ ही ... बस यूँ ही ...
प्यार का मासूम सवाल... प्यार का मासूम सवाल...
तनया आई महकता आँगन घर बहार। तनया आई महकता आँगन घर बहार।
मंथन में रातें और उम्मीदों में दिन गुजरते हैं ! मंथन में रातें और उम्मीदों में दिन गुजरते हैं !
जा मिलती सागर मैं पल में विशाल असीम बन जाती। जा मिलती सागर मैं पल में विशाल असीम बन जाती।